Khurpatal Lake: पहाड़ों में घूमना और झील को किनारे से देखना काफी यादगार लम्हा माना जाता है। और ऐसी जगह सिर्फ और सिर्फ हिमाचल प्रदेश या फिर उत्तराखंड की जगहों पर ही देखने को मिलती है। बता दें, सर्दियों के मौसम में इन दोनों राज्यों में लोग सबसे ज्यादा आते हैं। वैसे तो आप आजतक उन्हीं जगहों पर ज्यादा घूमे होंगे, जहां अधिक संख्या में पर्यटक जाते हैं। लेकिन कभी ऐसी जगह पर गए हैं, जिसका नाम घोड़े के खुर के समान होने की वजह से रखा गया है? यही नहीं यहां की झील समय-समय पर अपना रंग भी बदलती रहती है। कुछ ऐसे प्लेसेस के बारे में आप जानते हैं?
बता दें, ये जगह खुर्पाताल है, और इस झील का नाम भी खुर्पाताल झील है, अपना रंग समय-समय पर बदलती रहती हैं, झील के बदलते रंग को जो भी देखता है उसकी आंखे फटी की फटी रह जाती हैं। चलिए बताते हैं इस झील की रहस्यमयी बातें।
क्या है खुर्पाताल झील?
नैनीताल से करीबन 15 किमी की दूरी पर ये जगह खुर्पाताल झील का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। समुद्र तल से करीबन 1 हजार से भी ज्यादा मीटर की ऊंचाई पर स्थित ये झील हर तरफ से पहाड़ों और देवदार के पेड़ों से घिरी हुई है। खुर्पाताल झील को रहस्यमय झील कहते हैं, क्योंकि इस झील के पानी का रंग भी अपने आप बदलता रहता है। कहते हैं इसका पानी कभी लाल तो कभी हरा तो कभी नीला दिखाई देता है।
क्या कहते हैं स्थानीय लोग?
स्थानीय लोगों का मानना है कि इस झील के अंदर करीबन 40 से ज्यादा तरह के शैवालों की प्रजातियां रहती हैं। ऐसे में जब शैवाल के बीज बनाई जाती है, तो इस झील का रंग बदल जाता है। कई लोगों का ये भी मानना है कि कभी-कभी इस झील का पानी गर्म हो जाता है। इसलिए कई लोग इसे गर्म पानी की झील कहते हैं। यही नहीं, कहा जाता है कि सर्दियों के मौसम में झील का पानी गुनगुना रहता है।
सैलानियों के लिए है बड़ा ही खास
पहाड़ों में स्थित खुर्पाताल झील के करीबन आप सीढ़ीदार खेतों और घने जंगलों को देख सकते हैं। बढ़िया जलवायु और मनमोहक नजारे पर्यटकों को यहां आने पर मजबूर कर देते हैं। हालांकि ये माना जाता है कि खुर्पाताल झील में बोटिंग और टूरिस्ट एक्टिविटी बिल्कुल नहीं होती। बता दें, आप यहां नैनीताल से बस या टैक्सी लेकर पहुंच सकते हैं।
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