Tourist Places: उत्तराखंड घूमने के लिए हर वर्ष करीब हजारों-लाखों की संख्या में टूरिस्ट आते हैं, उत्तराखंड की खूबसूरती टूरिस्टों को खूब लुभाती है. यहाँ आप प्राकृतिक खूबसूरती के अलावा एडवेंचर का भी लुफ्त उठा सकते हैं. लेकिन क्या आपको पता है उत्तराखंड में कई ऐतिहासिक जगहें भी मौजूद हैं, जिन्हें एक्सप्लोर करने के लिए इतिहास प्रेमियों और पर्यटकों के होड़ लगी रहती है.
उत्तराखंड अपने शानदार और बेहद खूबसूरत प्राकृतिक नजारों के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है, यहाँ दुनियाभर के पर्यटक घूमने के लिए हर साल आते हैं. उत्तराखंड के हिल स्टेशनों और ट्रेवल डेस्टिनेशंस की खूबसूरती देखने के के लिए हर समय टूरिस्टों की भीड़ लगी रहती है. यहाँ के हिल स्टेशन पर्यटकों को बड़ी संख्या में आकर्षित करते हैं. समर सीजन में शहरों की भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए लोग उत्तराखंड की ट्रिप प्लान करने हैं. यहाँ मसूरी, चोपता और नैनीताल जैसे कई सारे पर्यटन स्थल हैं, जिनकी खूबसूरती देखते ही बनती है.
पर्यटन स्थलों के अलावा उत्तराखंड के धार्मिक स्थलों की भी कोई कमी नहीं है, यहाँ केदारनाथ, बद्रीनाथ समेत चार धाम और पञ्च केदार के दर्शन के लिए भी हर साल लाखों तीर्थयात्री पहुँचते हैं. इसी वजह उत्तराखंड को देवभूमि के नाम से पूरी दुनिया में जाना जाता है. इसके अलावा आप यहाँ एडवेंचर का भरपूर लुफ्त उठा सकते हैं, इसके साथ ही यहाँ कई ऐतिहासिक जगहें हैं, जिनके बारे में अभी में बहुत कम लोग जानते हैं. आज के आर्टिकल में हम आपको उत्तराखंड की कुछ हिस्टोरिकल जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं. जिनका इतिहास बेहद अलग और अनोखा है.
कटारमल सूर्य मंदिर – Katarmal Sun Temple
सूर्य भगवान को समर्पित यह कटारमल सूर्य मंदिर, उत्तराखंड के कटारमल गाँव में स्थित है. ये मंदिर समुद्रतल से करीब 2,116 मीटर की ऊंचाई पर है. मंदिर का निर्माण 9 वीं शताब्दी में कत्यूरी शासक कटारमल्ला द्वारा किया गया था. इस क्षेत्र पर कत्यूरियों का शासन लम्बे समय तक रहा. कटारमल मंदिर के अलावा यहाँ भगवान शिव, माता पार्वती, नारायण भगवान और लक्ष्मण को समर्पित 45 और मंदिर हैं. जब इस मंदिर में सूर्य की पहली किरण पड़ती है तो मंदिर की खूबसूरती चार गुना बढ़ जाती है. आप जब भी उत्तराखंड घूमने जायें तो एक बार इस मंदिर को जरुर एक्सप्लोर करें.
पाताल भुवनेश्वर गुफा – Patal Bhuvaneshwar Cave
Patal Bhuvaneshwar Cave Temple: पाताल भुवनेश्वर एक पवित्र गुफा मंदिर है जो उत्तराखंड राज्य के पिथौरागढ़ जिले में स्थित है। पाताल भुवनेश्वर की गुफा गंगोलिहाट नगर से लगभग 14 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और विभिन्न पौराणिक कथाओं और धार्मिक महिमा के कारण प्रसिद्ध है।
यह गुफा भगवान शिव की योगमाया स्वरूपता को दर्शाती है और यहां पर्यटकों को अत्यंत आकर्षित करने वाली प्राकृतिक सौंदर्य और आध्यात्मिकता का आनंद लेने का अवसर मिलता है। इस गुफा का अंदरूनी हिस्सा कई गहराईयों तक फैला हुआ है और यहां विभिन्न धार्मिक स्थल, मूर्तियाँ, और प्राकृतिक रूपों की अद्वितीयता देखी जा सकती है।
पिथौरागढ़ किला – Pithoragarh Fort
यह किला गोरखाओं द्वारा वर्ष 1789 में पिथौरागढ़ पर आक्रमण करने के बाद बनवाया गया था. पिथौरागढ़ किले से आप काली कुमाऊँ के बेहद ही सुन्दर और मनमोहक नजारे देख सकते हैं. इसके अलावा यहाँ घूमने के लिए कई दर्शनीय स्थल हैं.
द्वारहाट – Dwarahat
द्वाराहाट उत्तराखंड के कुमाऊँ क्षेत्र में 2000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, यह उत्तराखंड के प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों में से एक है. द्वाराहाट यहाँ स्थित करीब 55 विषम मंदिरों के लिए भी प्रसिद्ध है, इन मंदिरों का निर्माण मध्यकाल के दौरान कत्यूरी राजाओं द्वारा किया गया था. मंदिरों के अतिरिक्त यहाँ देखने लायक कई शानदार जगहें हैं. अगली बार जब भी उत्तराखंड घूमने की योजना बनाएं तो इन जगहों को जरुर एक्सप्लोर करें.
बैजनाथ मंदिर – Baijnath Temple
उत्तराखंड के बैजनाथ मंदिर का निर्माण 12 वीं शताब्दी में किया गया था, यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है. हर साल यहाँ घूमने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक पहुँचते हैं. मंदिर के खुलने और बंद होने का कोई खास समय नहीं है, हालाँकि मंदिर को सूर्यास्त होने से ठीक पहले बंद कर दिया जाता है.