Chopta Hill Station: जब भी हिल स्टेशन की बात आती है तो हमारे दिमाग में उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्यों का ख्याल जरूर आता है, खासकर जब बात गर्मियों में घूमने की आती है तो अधिकांश पर्यटक हिमाचल और उत्तराखंड की ओर देखते हैं। यहां बहुत सारे पर्यटन स्थल हैं जो हर वर्ष हज़ारों-लाखों की संख्या में पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
उत्तराखंड का चोपता हिल स्टेशन (Chopta Hill Station) ऐसा ही एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है, यह स्थान एक हिल स्टेशन होने के साथ-साथ दुनिया में भगवान शिव के सबसे ऊंचाई पर स्थित मंदिर के लिए भी फेमस है। आइए चोपता हिल स्टेशन और इसके आसपास के अन्य दर्शनीय स्थलों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
मिनी स्विट्ज़रलैंड चोपता उत्तराखंड- MIni Switzerland Chopta Uttarakhand in hindi
चोपता हिल स्टेशन उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में समुद्रतल से 2700 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है। चोपता हिल स्टेशन चारों ओर से सुंदर जंगलों और बर्फ से ढकी हिमालय की ऊंची-ऊंची पर्वत श्रृंखलाओं से घिरा हुआ है, चोपता के आसपास प्रकृति के सुंदर नजारे देखने को मिलते हैं, यहां चारों ओर बस हरियाली ही हरियाली नजर आती है। चोपता हिल स्टेशन इनता ज्यादा खूबसूरत है कि इसे “मिनी स्विट्ज़रलैंड” तक कहा जाता है।
यहाँ अल्पाइन घास के मैदान, देवदार और रोडोडेंड्रोन के पेड़ पर्यटकों में मुख्य आकर्षण के केंद्र हैं, यही कारण है कि आज चोपता हिल स्टेशन की लोकप्रियता पूरी दुनियाभर में है। यहां विदेशों से भी हजारों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं, चोपता मार्केट से ही तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ मंदिर और चंद्रशिला के लिए ट्रैकिंग शुरू होती है।
विभिन्न स्थानों से चोपता की दूरी- Chopta Distance From Different Places
स्थान (Places) | दूरी (Distance) |
दिल्ली से चोपता (Delhi To Chopta) | 424 KM |
ऋषिकेश से चोपता (Rishikesh To Chopta) | 161 KM |
हरिद्वारी से चोपता (Haridwar To Chopta) | 192 KM |
उखीमठ से चोपता (Ukhimath To Chopta) | 47 KM |
रुद्रप्रयाग से चोपता (Rudraprayag To Chopta) | 23 KM |
चोपता से तुंगनाथ मंदिर (Chopta To Tungnath Temple) | 3.5 KM |
तुंगनाथ से चंद्रशिला (Tungnath Chopta To Chandrashila) | 1.5 KM |
चोपता उत्तराखंड में घूमने की जगहें (Chopta Uttarakhand Places To Visit In HIndi)
चोपता हिल स्टेशन (Chopta Hill Station) में बहुत सारे अन्य दर्शनीय स्थल भी हैं , जहां आप अपनी चोपता यात्रा के दौरान घूम सकते हैं।
तृतीय केदार तुंगनाथ महादेव मंदिर- Tungnath Temple In Chopta Hill Station In Hindi)
तुंगनाथ भगवान का मंदिर चोपता मार्केट से 3.5 km की दूरी पर स्थित है, यह मंदिर उत्तराखंड में स्थित भगवान शिव को समर्पित पंचकेदारों में से तृतीय केदार है, यहाँ भगवान शिव की भुजाओं की पूजा की जाती है और यह पूरी दुनिया में भगवान शिव का सबसे ऊँचाई पर स्थित मंदिर है। मंदिर तक पहुँचने के लिए चोपता से 3.5 km का ट्रेक करके पहुंचा जाता है।
तुंगनाथ महादेव मंदिर उत्तराखंड का प्रसिद्द तीर्थस्थल के साथ-साथ एक खूबसूरत पर्यटन स्थल भी है, यहाँ से आप बर्फ से ढकी हिमालय की ऊँची-ऊँची खूबसूरत पर्वत श्रृंखलाओं को देख सकते हैं, यहाँ से हिमालय इतना करीब नजर आता है कि मानों हम हिमालय पर ही आ गए हों।
केदारनाथ-बद्रीनाथ की भांति ही तुंगनाथ मंदिर के कपाट 6 माह के लिए खोले जाते हैं, जबकि शीतकाल के लिए तुंगनाथ बाबा की डोली को चोपता हिल स्टेशन के नजदीकी गाँव मक्कू में लाया जाता है। इस वर्ष 26 अप्रैल 2023 को मंदिर के कपाट खोले गए थे और 6 नवम्बर 2023 को कपाट बंद कर दिए जायेंगे। तुंगनाथ मंदिर के इतिहास को महाभारत काल से जोड़ा जाता है, माना जाता है कि स्वयं पांडवों ने इस मंदिर का निर्माण किया था।
चंद्रशिला शिखर चोपता तुंगनाथ- Chandrashila Peak Chopta Hill station In Hindi
चोपता हिल स्टेशन की प्रसिद्धि मुख्यतः तुंगनाथ मंदिर और चंद्रशिला शिखर से है, चंद्रशिला ट्रेक करने के लिए हर साल यहाँ हजारों की संख्या में पर्यटक पहुँचते हैं, समुद्रतल से चंद्रशिला की ऊंचाई 4130 मीटर (13549 फीट) है। चंद्रशिला पीक तक पहुँचने के लिए आपको चोपता हिल स्टेशन से 5 km और तुंगनाथ मंदिर से 1.5 km का ट्रेक करना पड़ता है, तुंगनाथ मंदिर आने वाले अधिकांश श्रद्धालु चंद्रशिला ट्रेक जरुर करते हैं। चंद्रशिला पीक इतनी ऊंचाई पर है कि ऐसा लगता है मानों हम बादलों के ऊपर आ गए हों, चंद्रशिला से Sunrise और sunset के नज़ारे देखने लायक होते हैं।
चोपता से तुंगनाथ मंदिर तक का ट्रेक आसान है, लेकिन मंदिर से चंद्रशिला ट्रेक में आपको थोड़ी बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है, यह ट्रेक थोडा उबड़-खाबड़ वाला और पतला है। चंद्रशिला ट्रेक सालभर में किसी भी समय किया जा सकता है, हालाँकि सर्दियों में यहाँ बहुत ज्यादा बर्फ़बारी होती है तो ट्रेक करने में मुश्किलें बढ़ जाती हैं, जनवरी-फरवरी में माह में यहाँ सबसे अधिक बर्फ गिरती है, इस समय चंद्रशिला ट्रेक करना लगभग नामुमकिन हो जाता है।
कंचुला खरक कस्तूरी मृग अभयारण्य चोपता – Kanchula Korak Musk Deer Sanctuary Chopta In Hindi
कंचुला खरक कस्तूरी मृग अभयारण्य चोपता 5 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है, यहाँ मृगों की बहुत सारी प्रजातियाँ पाई जाती हैं और इनमें से कस्तूरी मृग उत्तराखंड का राजकीय पशु है। यह अभ्यारण्य वन्य जीवों और वनस्पतियों में रूचि रखने वालों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र है। पिछले कुछ वर्षों में इस अभ्यारण्य की लोकप्रियता एक पर्यटन स्थल के रूप में बहुत अधिक बड़ी है।
ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ- Omkareshwar Temple Ukhimath Chopta in Hindi
चोपता हिल स्टेशन का अगला दर्शनीय स्थल है ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ, जहाँ केदारनाथ और मध्म्हेश्वर बाबा का 6 माह के लिए शीतकालीन आवास होता है। यदि आप केदारनाथ, मद्महेश्वर और पंचकेदारों की कठिन यात्रा करने में असमर्थ हैं तो आप ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ सभी देवी-देवताओं के दर्शन कर सकते हैं। उखीमठ, चोपता हिल स्टेशन से केवल 45 km की दूरी पर स्थित है।
उखीमठ केदारनाथ यात्रा का एक मुख्य पढ़ाव है, ओंकारेश्वर मंदिर के इतिहास को लेकर अलग-अलग मान्यताएं हैं। एक मान्यता के अनुसार माना जाता है कि इसी स्थान पर भगवान श्री कृष्ण के पौत्र अनिरुद्ध और वाणासुर की पुत्री उषा का विवाह संपन्न हुआ था, इस मंदिर में अभी भी उषा-अनिरुद्ध विवाह स्थल मौजूद है।
सारी गाँव उत्तराखंड- Sari Village Uttarakhand in Hindi
सारी गाँव उत्तराखंड के सबसे खूबसूरत गावों में से एक है, सारी गाँव पर्यटकों और ट्रैकर्स तो खूब आकर्षित करता हैं। चोपता हिल स्टेशन के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में सारी गाँव मुख्य है, सारी गाँव से उखीमठ और देवरियाताल जैसे पर्यटन स्थल बहुत नजदीक पड़ते हैं, धीरे-धीरे यह गाँव पर्यटन की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण होता जा रहा है, सारी गाँव मुख्य रूप से आवासीय सुविधावों के लिए प्रसिद्ध है, यहाँ पर आपको उत्तराखंड शैली में बने सुन्दर-सुन्दर बहुत सारे होमस्टे देखने को मिल जायेंगे, जहाँ आप उत्तराखंड के लोकल फ़ूड का आनंद ले सकते हैं।
देवरिया ताल झील उखीमठ- Devriyatal Lake Uttarakhand in Hindi
चोपता हिल स्टेशन के दर्शनीय स्थलों में देवरिया ताल प्रमुख है, उखीमठ से 12 km की दूरी पर स्थित सारी गाँव से देवरियाताल के लिए ट्रेक शुरू होता है, यह ट्रेक लगभग 3 km का है, अल्पाइन घास के मैदानों के बीच स्थित देवरियाताल की ख़ूबसूरती देखते ही बनती है, इस ताल की खास बात यह है कि यहाँ आने वाले पर्यटकों को पूरे ताल की एक परिक्रमा करनी होती है, जो कि लगभग 1 km की होती है। इसके साथ ही देवरिया ताल में हिमालय पर्वत श्रृंखलाओं का खूबसूरत प्रतिबिम्ब भी बनता है।
देवरिया ताल एक पर्यटन स्थल के अलावा धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से भी विशेष महत्व रखता है, यूँ तो इस ताल से बहुत सारी लोककथाएं जुडी हुई हैं, जिनमे यहाँ के स्थानीय लोग अभी भी आस्था रखते हैं और समय-समय पर यहाँ त्योहारों का आयोजन भी किया जाता है।
इस ताल का इतिहास महाभारत काल से भी जोड़ा जाता है, मान्यता है कि वनवास के समय एक बार पांडव इस ताल पर पानी पीने आये थे लेकिन राजा दक्ष ने उन्हें पानी पीने से पहले कुछ प्रश्न किये, पांडवों में सबसे बड़े भाई धर्मराज युधिष्ठिर ने सभी प्रश्नों के सही जवाब दिए और तब जाकर पांडवों ने अपनी प्यास बुझाई थी। एक अन्य मान्यता के अनुसार इस झील में नागों का वास है।
कालीमठ मंदिर रुद्रप्रयाग- Kalimath Temple in Hindi
कालीमठ मंदिर, उखीमठ से केवल 20 km की दूरी पर स्थित है, माँ काली को समर्पित इस मंदिर में काली माता की कोई मूर्ती नहीं है बल्कि यहाँ माँ काली के एक श्री यंत्र की पूजा की जाती है। इस यंत्र को नवरात्री के आठवें दिन मंदिर से बाहर निकाला जाता है और मंदिर के मुख्य पुजारी द्वारा ही आधी रात को श्री यंत्र की पूजा की जाती है। कालीमठ मंदिर उत्तराखंड 108 शक्तिपीठों में से एक है।
समुद्रतल से 1800 मीटर की ऊँचाई पर स्थित यह एकमात्र ऐसा मंदिर है जहाँ माँ काली के साथ-साथ उनकी बहनों माँ लक्ष्मी और माँ सरस्वती के मंदिर भी देखने को मिलते हैं। साथ ही साथ यहाँ भगवान शिव, भैरवनाथ आदि अन्य देवताओं के मंदिर भी एक साथ देखने को मिलते हैं।
रोहणी बुग्याल चोपता- Rohani Bugyal Chopta in Hindi
यदि आप अपनी चोपता यात्रा के दौरान कैम्पिंग का आनन्द लेना चाहते हैं तो चोपता ट्रेक पर कैम्पिंग करने के लिए रोहणी बुग्याल से अच्छी जगह आपको नहीं मिल सकती है, यहाँ पर अक्सर लोग कैम्पिंग करते हुए देखे जाते हैं। यहाँ से जो दूरस्थ हिमालय के नज़ारे देखे जाते हैं वो अन्य किसी जगह से नहीं दिखाई देते, साथ ही आस-पास के घास के बुग्याल और यहाँ की हरियाली पर्यटकों को खूब आकर्षित करती है।
चोपता का मौसम- Chopta Uttarakhand Weather
चोपता का मौसम साल भर ठंडा बना रहता है, अप्रैल से अक्टूबर तक मौसम सामान्य रहता है न अधिक ठंडा और न ही अधिक गर्मी। इस दौरान तुंगनाथ भगवान के कपाट भी खोले जाते हैं। पहाड़ों पर मौसम मौसम का अनुमान लगाना थोडा मुश्किल होता है, यहाँ एकदम से धूप के साथ-साथ बारिश शुरू हो जाती है।
चोपता उत्तराखंड तापमान- Chopta Uttarakhand Temperature
गर्मियों के समय चोपता का तापमान सामान्य रहता है, मई-जून में दिन के समय चोपता का अधिकतम तापमान 30-35 डिग्री सेल्सियस तक जाता है जबकि सुबह-शाम का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस रहता है। सर्दियों में जनवरी-फरवरी माह में चोपता का तापमान -15 डिग्री तक गिर जाता है।
चोपता हिल स्टेशन जाने का सबसे अच्छा समय- Best Time To Visit Chopta Hill Station in HIndi
आप वर्षभर में चोपता किसी भी समय घूमने जा सकते हो, हालाँकि चोपता घूमने आने वाले पर्यटकों की संख्या सबसे अधिक अप्रैल-जून, सितम्बर-अक्टूबर और सर्दियों के समय दिसम्बर में होती है। अप्रैल में तुंगनाथ भगवान के कपाट 6 माह के लिए खोले जाते हैं, इस दौरान यहाँ हजारों की संख्या में भगवान शिव के भक्त और पर्यटक पहुँचते हैं। सितम्बर से नवम्बर के बीच का समय चोपता हिल स्टेशन जाने का सबसे अच्छा समय रहता है। इस समय यहाँ न अधिक गर्मी रहती है और न ही अधिक ठंडा, मानसून के बाद चारों ओर के नज़ारे देखने लायक होते हैं।
Note- मानसून में उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों की यात्रा करने की योजना न बनाएं, आपको बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
तुंगनाथ चोपता कैसे पहुँचें- How To Reach Chopta Tungnath
उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्र अभी भी फ्लाइट और ट्रेन जैसी मूलभूत आवश्यकताओं से वंचित है, यदि आप चोपता हिल स्टेशन की यात्रा करना चाहते हैं तो आपको हरिद्वार-ऋषिकेश या देहरादून से आगे की यात्रा बस-टैक्सी या कार से ही करनी होगी। आये तुंगनाथ चोपता कैसे पहुचें पर विस्तार से जानते हैं।
फ्लाइट से चोपता कैसे पहुंचे- How To Reach Chopta By Flight
तुंगनाथ चोपता हिल स्टेशन पहुँचने के लिए आप देहरादून स्थित जॉलीग्रांट एअरपोर्ट तक हवाई यात्रा कर सकते हैं, यदि आप उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में घूमने की योजना बना रहे हैं तो आपको बता दें आप देहरादून तक की फ्लाइट से यात्रा कर सकते हैं, जॉलीग्रांट एअरपोर्ट के लिए दिल्ली से निरंतर फ्लाइट्स चलती रहती हैं। देहरादून से आगे की यात्रा आपको बस, टैक्सी या कार से करनी होती है।
ट्रेन से चोपता कैसे पहुँचें- How To Reach Chopta By Train
यदि आप चोपता हिल स्टेशन की यात्रा की योजना बना रहे हैं तो आपको बता दें कि चोपता से निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश-हरिद्वार हैं, अभी उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में ट्रेन की सुविधा उपलब्ध नहीं है। हरिद्वार-ऋषिकेश पहुँचने पर आपको यहाँ आसानी से बस उपलब्ध हो जाती हैं।
बस/सड़क से चोपता कैसे पहुंचें?- How To Reach Chopta By Road/Bus
उत्तराखंड में कहीं भी यात्रा करने के लिए बस सबसे उत्तम विकल्प है, उत्तरखंड आने वाले अधिकांश पर्यटक बस से ही यात्रा करते हैं, बस से यात्रा करने में आप उत्तराखंड की खूबसूरती को अच्छे से निहार सकते हैं और बस का किराया भी अन्य परिवहन माध्यमों की तुलना में कम होता है। यदि आप हरिद्वार से बस में अपनी यात्रा शुरू कर रहे हैं तो आप ऋषिकेश-ब्यासी-तीनधारा-देवप्रयाग-श्रीनगर-धारीदेवी-रुद्रप्रयाग-अगस्त्यमुनि-चंद्रापुरी-उखीमठ जैसे प्रमुख स्थानों से होकर जाते हैं और फिर चोपता पहुँचते हैं। बता दें की आपको रुद्रप्रयाग के बाद टैक्सी का सहारा भी लेना पड़ सकता है।
चोपता उत्तराखंड होटल (Chopta Uttarakhand Hotel)
चोपता एक छोटा सा हिल स्टेशन है, यहाँ रहने की पर्याप्त व्यवस्थाएं हैं, हालाँकि यदि आप यात्रा सीजन में यहाँ घूमने की योजना बना रहे हैं तो आपको थोड़ी-बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। यात्रा सीजन में यहाँ हजारों की संख्या में पर्यटक पहुँचते हैं तो सभी होटल फुल हो जाते हैं। चोपता में आपको बड़े होटल या रेस्टोरेंट नहीं मिलेंगे और यहाँ आपको अधिकांशतः उत्तराखंड का लोकल फ़ूड ही खाने को मिलेगा।
चोपता में आपको अपने बजट के हिसाब से होटल मिल जाते हैं आप अपने बजट के अनुसार होटल का चयन कर सकते हैं, चोपता के कुछ प्रमुख होटल और लॉज निम्नवत हैं-
- द मीडोस चोपता रिसोर्ट एंड कैंप (The Meadows Chopta Resort And Camp)
- श्रृष्टि लॉज होटल (Shrishti Lodge Hotel)
- मोक्ष होटल (Moksha Hotel)
- फारेस्ट इको रिसोर्ट(Forest Eco Resort)
- गुरु कृपा पैलेस एंड अंशु होटल (Guru Kripa Palace And Anshu Hotel)
- हॉलिडे पार्क होटल (Holiday Park Hotel)
FAQs
Q- चोपता हिल स्टेशन कहाँ है?
Ans- चोपता हिल स्टेशन उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है.
Q- चोपता हिल स्टेशन की ऊँचाई कितनी है?
Ans- चोपता हिल स्टेशन उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में समुद्रतल से 2700 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है।
Q- चोपता हिल स्टेशन जाने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?
Ans- चोपता हिल स्टेशन घूमने जाने का सबसे अच्छा समय, गर्मियों में अप्रैल से जून और सर्दियों में सितम्बर से दिसम्बर है. जनवरी-फरवरी में यहाँ बहुत ज्यादा बर्फ़बारी होने की वजह से ट्रेक करना बहुत मुश्किल होता है, मानसून के समय यहाँ उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में घूमने की योजना ना बनाएं.
Q- चोपता हिल स्टेशन कैसे पहुंचें?
Ans- चोपता हिल स्टेशन पहुँचने के लिए आपको देहरादून-हरिद्वार या ऋषिकेश से रुद्रप्रयाग तक बस या टैक्सी मिल जायेंगी, रुद्रप्रयाग में आपको बस या टैक्सी बदलनी पड़ सकती है. हालाँकि आपको हरिद्वार-ऋषिकेश से सीधे उखीमठ तक बस मिल सकती है, उखीमठ के बाद आपको टैक्सी से जाना होगा.