Kedarnath Yatra 2023: केदारनाथ धाम में मानसून के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है। पिछले दिनों बारिश की वजह से जहां केदारनाथ आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या घटकर तीन सौ रह गई थी, अब मौसम साफ होने के बाद इसमें इजाफा हुआ है और अब यहां पर प्रतिदिन दो हजार से ज्यादा श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं।
केदारनाथ धाम में इस साल शुरुआत से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा के दर्शनों के लिए पहुंच रहे थे। लेकिन मानसून सीजन में जिस तरह से इस बार प्रदेश में कहर बरपाया, उसके बाद श्रद्धालुओं की संख्या काफी कम हो गई थी। एक वक्त जब यहां 10-12 हजार श्रद्धालु रोजाना पहुंच रहे थे, वहीं मानसून में ये संख्या घटकर सिर्फ 200 से 300 श्रद्धालु प्रतिदिन ही रह गई थी।
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बरसाती सीजन में इस बार यात्रा काफी हद तक प्रभावित हुई थी। जगह-जगह हुए भूस्खलन और रास्ते बंद होने की घटनाओं की वजह से कई दिनों लिए यात्रा को रोकना तक पड़ गया था। यही नहीं खराब मौसम के चलते हेलीकॉप्टर सेवाएं भी बाधित हो रही थीं।
अब जब मानसून का मौसम खत्म हो गया है और केदार घाटी में मौसम साफ हो गया है, तो एक बार फिर से यहां आने वाले यात्रियों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है। प्रशासन की ओर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी किए गए हैं। राज्य सरकार की ओर जगह-जगह एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और स्वास्थ्य विभाग की टीमों को तैनात किया गया है। ताकि यात्रियों को कोई परेशानी न हो।
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केदारनाथ यात्रा 2023 के बारे में कुछ दिलचस्प तथ्य
- केदारनाथ धाम उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है।
- यह हिंदुओं के चार धाम यात्रा में से एक है।
- केदारनाथ धाम को भगवान शिव का वास स्थल माना जाता है।
- केदारनाथ यात्रा हर साल अप्रैल से नवंबर तक चलती है।
- केदारनाथ धाम की यात्रा पैदल, घोड़े या हेलीकॉप्टर से की जा सकती है।
केदारनाथ यात्रा 2023 के लिए कुछ सुझाव
- केदारनाथ यात्रा की योजना कम से कम 1-2 हफ्ते पहले बना लें।
- यात्रा के लिए अच्छी तरह से तैयारी करें।
- केदारनाथ धाम में मौसम काफी ठंडा हो सकता है, इसलिए गर्म कपड़े साथ रखें।
- केदारनाथ धाम में स्वच्छता का ध्यान रखें।
- स्थानीय लोगों का सम्मान करें।
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