Kedarnath Yatra: 10 मई 2024 को केदारनाथ धाम के कपाट सभी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जायेंगे, केदारनाथ यात्रा में तीर्थयात्रियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो, इसके लिए केदारनाथ पैदल मार्ग पर जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं. केदारनाथ मार्ग (Kedarnath Trek) पर पड़ी बर्फ की मोटी चादर को हटाने का कार्य 4 मार्च से शुरू किया गया था. भीमबली से लेकर केदारनाथ धाम तक पूरे मार्ग में बर्फ जमी थी. केदारनाथ पैदल मार्ग पर बर्फ को डेढ़ मीटर चौड़ाई तक हटाया गया है.
बर्फ को हटाते हुए मजूर केदारनाथ तक पहुँच गए हैं, 4 मार्च को शुरू हुआ बर्फ हटाने का कार्य अब लगभग समाप्त हो गया है. अब केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) में पुनर्निर्माण कार्य भी शुरू होने वाले हैं. इसके लिए मजदूरों की एक टीम केदारनाथ धाम पहुँच गयी है. बता दें की पिछले 22 दिन से केदारनाथ ट्रेक पर 100 मजदूर बर्फ हटाने का कार्य कर रहे थे. कई स्थानों पर बर्फ को काटकर फिलहाल अस्थाई रास्ता बनाया जा रहा है.
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बर्फ को काट कर बनाया गया पैदल मार्ग
लिंचोली (Lincholi) से लेकर मंदिर तक अभी भी करीब तीन फीट बर्फ जमी है. बर्फ को काटकर तीर्थयात्रियों के लिए पैदल मार्ग बनाया गया है. डीडीएम लोनिवि की 100 मजदूरों की टीमें बर्फ हटाने का कार्य में लगी हुई है. बता दें कि 1 अप्रैल से केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य भी शुरू होने जा रहा है. इसके लिए भी मजदूरों की अलग-अलग टीमें केदारनाथ पहुँच रही है. उम्मीद लगाई जा रही है कि तय समय सीमा से पुनर्निर्माण कार्य शुरू हो जायेंगे.
चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले पूरा होना है निर्माण कार्य
केदारनाथ यात्रा (Kedarnath Yatra 2024) शुरू होने से पूर्व कई पुनर्निर्माण कार्य संपन्न करने का लक्ष्य रखा गया है. इसमें मंदिर समिति का भवन, सरस्वती नदी पर पुल निर्माण जैसे प्रमुख कार्य शामिल हैं. जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की लोनिवि शाखा के अधिशासी अबियानता विनय झिंकवाण ने बताया किकेदारनाथ ट्रेक (Kedarnath trek) से बर्फ हटाते हुए मजदूरों की टीम केदारनाथ तक पहुँच गयी है.
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अभी भी जमी है तीन फीट बर्फ
केदारनाथ ट्रेक पर बर्फ की चादर बहुत मोटी है, बर्फ की यह चादर करीब तीन फीट तक होगी. इतनी मोती बर्फ को काटकर यात्रियों के लिए रास्ता बनाया गया है. इसके अतिरिक्त पैदल मार्ग पर लगातार बर्फ को काट कर पैदल मार्ग को और अधिक चौड़ा किया जाएगा. रास्ता चौड़ा होने से घोड़े-खच्चरों की आवाजाही में आसानी होगी.
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