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Longest Train Journey: इस ट्रेन में बैठे-बैठे ही पूरी हो जाएगी तीन देशों की यात्रा, दुनिया का सबसे लंबा सफर तय करती है यह ट्रेन

Longest Train Journey: अगर आप दुनिया के कोई भी तीन देशों की यात्रा करना चाहते हैं, वो भी एक साथ तो हम आपको एक ऐसी ही एक ट्रेन के बारे में बता रहे हैं। ट्रांस साइबेरियन रेलवे 7 दिनों में लगभग 10 हजार किमी की दूरी तय कर आपको तीन देशों की यात्रा करा देगी।

हम सभी दुनिया की सैर करना चाहते हैं। कई लोगों की इच्‍छा होती है कि वे अपने पसंदीदा देशों की यात्रा करें। पर हम जानते हैं कि बहुत कम लोगों का यह सपना पूरा हो पाता है। क्‍योंकि इसके लिए व्‍यक्ति के पास खूब समय और पैसा होना चाहिए। इसके अलावा एक साथ कई देशों की यात्रा बहुत मुश्किल भी बहुत होती है। कई सारी फ्लाइट, ट्रेन, ट्रांसपोर्टेशन बदलने के चक्‍कर में लोग एक देश की यात्रा करना ही पसंद करते हैं। अगर आप ट्रेवल लवर हैं, तो आपके लिए यह जानकारी बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है।

वो ये कि आप एक ही ट्रेन से तीन देशों की यात्रा कर सकते हैं। शायद आपको यकीन न हो, लेकिन यह संभव है। दुनिया में एक ऐसी ट्रेन है, जो आपको एक साथ तीन देशों का नजारा देखने का मौका देती है। आप इस सिंगल ट्रेन से हजारों किमी की दूरी तय कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं इस ट्रेन के बारे में।

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ट्रांस साइबेरियन रेलवे- Trans Siberian Railway In Hindi

यह ट्रेन ट्रांस साइबेरियन एक्‍सप्रेस के नाम से फेमस है। ट्रेन 10214 किमी की दूरी तय करते हुए आपको मास्‍को से लेकर व्लादिवोस्तोक (Vladivostok) तक जाती है। यह दुनिया की पहली ट्रेन है, जो इतना लंबा सफर तय करती है। आप जानते हैं कि तीन देशों की यात्रा करने में इस ट्रेन को 7 दिन 20 घंटे 25 मिनट का समय लगता है।

ट्रेन का इतिहास- Trans Siberian Express History In Hindi

इस ट्रेन का इतिहास बहुत प्राचीन है, इसके निर्माण की शुरुआत 1891 में हुई थी. जिसे पूरा होने में करीब 25 साल लगे, अंततः यह ट्रेन 1916 में बनकर तैयार हुई। साइबेरिया के आर्थिक विकास और वहां की आबादी बढ़ाने में इस रेलमार्ग का विशेष योगदान रहा है.

कैसे पूरा करती है तीन देशों का सफर

यह ट्रेन दुनिया के तीन देश व्लादिवोस्तोक, उलानबातर और बीजिंग से होकर गुजरती है। इसके रास्ते में कुल 18 स्टेशन पड़ते हैं। हर ट्रेन की तरह आपको पहले ही तय करना होगा कि आपको कहां उतरना है। रूट के हिसाब से यहां वीजा तय होता है। मान लीजिए की आप रूस से यात्रा शुरू करने जा रहे हैं और आपका डेस्टिनेशन चीन है, तो आपको रूस और चीन के लिए वीजा खरीदना होगा। इसके अलावा आप टिकट मॉस्को के रेलवे स्टेशन या फिर ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं।

16 बड़ी नदियों को पार करती है ट्रेन

ट्रांस-साइबेरियन रेलमार्ग 16 बड़ी नदियों को पार करता है, जिनमें वोल्गा, इरतिश, कामा, ओब, येनेसी, अमूर और कुछ अन्य नदियां भी शामिल हैं। शुरू से आखिरी तक ट्रेन जिन पुलों से गुजरती है उनकी कुल संख्या 3901 है। दिलचस्प बात यह है कि इन सभी पुलों की कुल दूरी 100 किमी से ज्‍यादा है।

8 समय क्षेत्र को कवर करता है रेलवे

ट्रांस साइबेरियन रेलवे 8 समय क्षेत्रों को कवर करता है। दिलचस्प बात यह है कि रूस में कुल 11 समय क्षेत्र हैं। इसके अलावा, मॉस्को और व्लादिवोस्तोक के बीच पूरे 7 घंटे का अंतर है। इस प्रकार, जब रूसी राजधानी में दोपहर होती है, तो व्लादिवोस्तोक में डिनर का समय होता है।

किस देश के लिए कितनी टिकट

मॉस्को से व्लादिवोस्तोक तक 3 कैटेगरी के टिकट तय किए गए हैं। पहली कैटेगरी के रूट की टिकट की कीमत 175 डॉलर यानी भारतीय रुपए के हिसाब से 13,982 रुपए है। दूसरे रूट के लिए टिकट की कीमत 213 डॉलर यानी 17018 रुपए है। यह ट्रेन काफी लग्जरी है। इसमें आपको एयर कंडीशनिंग, रेस्‍टोरेंट, बिस्तर, बिजली, बार, सीट में साउंड सिस्‍टम की सुविधा भी मिलती है। किसी होटल की तरह इसमें भी आपको लग्जरी रूम अलॉट हो सकता है। बस इसके लिए आपको थोड़ा ज्‍यादा पैसा खर्च करना होगा।

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