Hill Stations In Madhya Pradesh: जब भी हिल स्टेशनों पर घूमने की बात होती है तो हमारे दिमाग में केवल भारत के कुछ पहाड़ी राज्य जैसे उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश ही आते हैं, लेकिन इन Hill Stations पर घूमना इतना भी आसान नहीं है, आपके पास यहाँ पहुँचने के लिए अच्छा खासा बजट चाहिए होता है और अधिक ऊँचाई वाली हिल स्टेशनों पर पहुँचने में मुश्किलें भी बहुत होती हैं, इसीलिए आज के आर्टिकल में हम आपको मध्य प्रदेश के 10 ऐसे हिल स्टेशनों (Top 10 Hill Stations In Madhya Pradesh In Hindi) के बारे में बताने जा रहे हैं, जहाँ ट्रिप प्लान करना एकदम आसान है और बजट भी कम लगता है.
मध्य प्रदेश के 10 सबसे खूबसूरत हिल स्टेशन- Top 10 Hill Stations In Madhya Pradesh In Hindi
मध्य प्रदेश में घूमने के लिए बहुत सारे पर्यटन स्थल और हिल स्टेशन हैं, जहाँ आप अपने दोस्तों और फैमिली के साथ एक शानदार ट्रिप प्लान कर सकते हैं. इन Hill Stations पर जाने के लिए न तो अधिक पैसे की जरुरत होती है और न ही अधिक टाइम की, चलिए जानते हैं मध्य प्रदेश के 10 खूबसूरत हिल स्टेशन के बारे में.
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मध्य प्रदेश का पचमढ़ी हिल स्टेशन – Pachmarhi Hill stations Madhya Pradesh In Hindi
Top 10 hill stations in Madhya Pradesh: यदि आप मध्य प्रदेश या इसके आसपास हैं और यहाँ घूमने की जगहों की तलाश कर रहे हैं तो आपको बता दें कि यहाँ का पचमढ़ी हिल स्टेशन बेहद खूबसूरत और शानदार है. यह हिल स्टेशन मध्य प्रदेश का सबसे ऊँचा हिल स्टेशन है और इसे सतपुड़ा ही रानी के नाम से भी जाना जाता है. मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले में स्थित यह हिल स्टेशन 1100 मीटर ऊँचा है. पचमढ़ी में पर्यटकों के लिए प्रमुख आकर्षण ऐतिहासिक स्मारक, वॉटरफॉल, गुफाएं, जंगल और कई अन्य दर्शनीय स्थल हैं. बता दें कि मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश भी इसी हिल स्टेशन पर होती है.
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ओंकारेश्वर हिल स्टेशन- Omkareshwar Hill stations Indore MP In Hindi
ओंकारेश्वर हिल स्टेशन (Omkareshwar Hill Station) नर्मदा और कावेरी नदियों के संगम पर स्थित है, ओंकारेश्वर, मध्य प्रदेश के सबसे खूबसूरत हिल स्टेशनों में से एक है. पौराणिक मान्यता है कि इस हिल स्टेशन का नाम भगवान शिव के ‘ओंकार’ से पड़ा है, जो उनका एक और नाम है। ओंकारेश्वर, देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इस हिल स्टेशन के प्रमुख दर्शनीय जगहों में आप ओंकारेश्वर मंदिर, अमरकेश्वर मंदिर, केदारेश्वर मंदिर और अहिल्या घाट आदि घूम सकते हैं.
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अमरकंटक हिल स्टेशन मध्य प्रदेश- Amarkantak hill stations in Madhya Pradesh In Hindi
मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में स्थित अमरकंटक हिल स्टेशन, विंध्य और सतपुड़ा पर्वत श्रृंखलाओं के बीच 1065 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. अमरकंटक में सोनमुडा, जैन मंदिर, नर्मदा कुंड, कपिल धारा, त्रिमुखी मंदिर और दूध धारा वॉटरफॉल टूरिस्टों में प्रमुख आकर्षण का केंद्र हैं. देश के कोने-कोने से टूरिस्ट बड़ी संख्या में यहाँ घूमने आते हैं.
शिवपुरी हिल स्टेशन मध्य प्रदेश- Shivpuri Hill Stations Madhya Pradesh In Hindi
शिवपुरी को पहले सिपरी के नाम से जाना जाता था। शिवपुरी का इतिहास मुगल काल से है। शिवपुरी के घने जंगल पहले के समय में शाही शिकार के मैदान थे। शिवपुरी की समुद्र तल से ऊंचाई 478 मीटर है। यह शहर सभी विदेशी आकर्षणों में से एक है, जो इसे पर्यटकों के लिए एक बहुत ही शांतिपूर्ण स्थान बनाता है। पुरानी कथाओं के अनुसार, इस शहर का नाम भगवान शंकर के नाम पर रखा गया है। सन 1804 तक यह शहर कच्छवाहा राजपूतों के स्वर्ग के रूप में जाना जाता था। उसके बाद यहाँ सिंधिया राजवंश द्वारा शासन किया गया। इसके अलावा शिवपुरी स्वतंत्रता संग्राम से भी महत्व रखता है क्योंकि यह वह स्थान है जहां महान स्वतंत्रता सेनानी तात्या टोपे जी को फांसी दी गई थी।
शिवपुरी एक समय ग्वालियर के सिंधिया शासको कि ग्रीष्मकालीन राजधानी थी और इसके घने जंगल शिकार क्षेत्र थे। शिवपुरी पक्षियों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य है और कई पर्यटक पक्षियों की विशाल प्रजातियों को देखने के लिए यहां आते हैं। शिवपुरी ग्वालियर और झांसी के बीच एक नेचर गेटवे है|
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माण्डू हिल स्टेशन मध्य प्रदेश- Mandau Hill station Madhya Pradesh In Hindi
जब भी बात किलों कि नगरी हो तो हमारे जहन में केवल एक है वो है मांडू जो की मध्यप्रदेश के मांडव शहर धार से लगभग 35 किमी और इंदौर से 100 किमी कि दूरी पर स्थित है और मध्य प्रदेश राज्य का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जंहा हर महीने शैलानियों कि भीड़ लगी रहती है। मांडू मालवा क्षेत्र में स्थित है और इसकी आधिकारिक भाषा हिंदी है। मांडू अपने अद्भुत किले के लिए प्रसिद्ध है। किला 82 किमी की परिधि में है और इसे भारत में सबसे बड़ा माना जाता है।
यह शहर रानी रूपमती और बाज बहादुर की पौराणिक कथा के लिए भी प्रसिद्ध है जो आज भी महल का शिकार करता है। मांडू में चंपा बावड़ी – एक कुआं, 15 वीं शताब्दी का और विशाल जामी मस्जिद, खूबसूरत जाहज़ महल (जहाज महल), हिंडोला महल, रोमांटिक बाज़ महल, रूपमती का मंडप और होशंग शाह का मकबरा वास्तुकला के कुछ अनमोल रत्न हैं और इन पर्यटन स्थल को और पर्यटक को जरूर देखना चाहिए।
मांडू में ऐसा माना जाता है कि सम्राट शाहजहाँ ने ताज महल के निर्माण की प्रेरणा केवल होशंग शाह के मकबरे से ली थी। मांडू घूमने जाने के लिए मानसून का समय सबसे बढ़िया होता है, जब मौसम खुशनुमा होता है और चारों ओर हरियाली और हरे-भरे परिदृश्य और बैंगनी सूर्यास्त आकाश के बीच स्मारकों की रहस्यमय सुंदरता, बीते युग की जीवंत तस्वीर को चित्रित करती है। यह महल अपने “खुसरानी इमली” के लिए भी प्रसिद्ध है।
मध्य प्रदेश का तामिया हिल स्टेशन- Tamia Hill Stations In Madhya Pradesh In Hindi
आज कई ऐसे टूरिस्ट डेस्टिनेशन हैं जो कि सुन्दर, मनमोहक के साथ साथ अद्भुत भी है और उनके अपने कई रहस्य हैं जिनमे से है तामिया हिल स्टेशन। यह मध्यप्रदेश के छिपे खजानो में से एक है। यह चारों तरफ जंगलों से घिरा हुआ है। तामिया हिल स्टेशन सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के अंतर्गत आता है जो कि पचमढ़ी से लगा हुआ है, समुद्र तल से अधिक उचाई पर होने के कारण यहाँ अक्सर तेज हवाएं चलती है। तामिया में एक स्ताहन है रेस्ट हाउस जंहा से यहाँ का खूबसूरत नजारा देखने को मिलता है। यहाँ एक तरफ ऊंची-ऊंची पहाड़िया तो दूसरी ओर दूर तक फैली हरियाली का अद्भुत नजारा होता है।
मध्य प्रदेश का मकड़ाई हिल स्टेशन- Makdai Hill Stations In Madhya Pradesh In Hindi
मकडाई भिरंगी रेलवे स्टेशन से तकरीबन 24 किलोमीटर कि दूरी पर तथा हरदा मुख्यालय से लगभग 37 किलोमीटर कि दूरी पर स्थित है। मकड़ाई भूतपूर्व जागीरी रियासत मकड़ाई का एक प्रमुख मार्ग है।इस रियासत का विस्तार समृद्ध ग्रम नर्मदा कि खुली घाटियों तक है लेकिन इसका मुख्य वनाच्छादित अधिकांष भाग सतपुडा की निचली ढलानों पर फैला हुआ है। मकडाई ग्राम में ऊँची पहाड़ी पर स्थित एक प्राचीन किला बना हुआ है। यहां का राजघराना राजगोंड परिवार का वंषज बताया जाता है। मकडाई के किले में राजभवन की काष्ठकला अपने आप में विषिष्ट है
मध्य प्रदेश में कुकरू खामला- Kukru khamla Hill Stations In Madhya Pradesh In Hindi
मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के भैंसदेही तहसील के अंतर्गत आने वाली सतपुड़ा पर्वत माला में कुकरू खामला स्थित है,जो कि जिला मुख्यालय से लगभग 90-92 किलोमीटर कि दूरी पर स्थित है। कुकरू खामला बैतूल जिले की सबसे ऊँची चोटी में से एक है। सतपुड़ा पर्वत का एक बहुत बड़ा हिस्सा बैतूल जिले में आता है इसलिए बैतूल जिले को सतपुड़ा की रानी भी कहा जाता है। इस पर्वत और जंगल के इलाके में कोरकू जनजाति रहती है
इसलिए इस इलाके को कुकरू के नाम से जाना जाता है। यह बहुत ही छोटा गांव है जिसकी जनसँख्या तकरीबन 450-510 के आसपास रहती है और इनकी मुख्य आजीविका का साधन खेती और पशुपालन है।क्योकि यह बहुत अधिक ऊंचाई पर स्थित है इसलिए यंहा अक्सर तेज़ हवाएं चलती रहती हैं। इस स्थान की समुद्र ताल से ऊंचाई लगभग 1138 मीटर है। यंहा का सूर्यास्त और सूर्योदय बहुत ही अद्भुत होता है। यह इलाका मध्यभारत का एक मात्रा ऐसा स्थान है जंहा पर काफी के बागान है। खूबसूरती के मामले में मध्य प्रदेश का कुकरू खामला, हिमांचल प्रदेश के कुल्लू से कम नहीं है.
जानापाव हिल स्टेशन इंदौर – Janapav Hill Station in MP In Hindi
अगर बात हिल स्टेशन कि हो रही हो और उसमे इंदौर का नाम न ऐसा कभी हो सकता है भला। इंदौर शहर से लगभग 40 किलोमीटर और महू शहर से 17 किलोमीटर कि दूरी पर स्थित विंध्यांचल पर्वत माला के एक पर्वत को जानापाव (Janapav hills) कहते है। इसको लोग कई नामों से बुलाते है जन्मे से जानापाव कुटी ,परशुराम जन्मस्थली , जानापाव हिल्स और भी बहुत कुछ। इस पर्वत की सबसे ऊँची छोटी पर भगवान परशुराम कि जन्मस्थली और उनके पिता महर्षि जमदग्रि की तपोभूमि देखने दूर दूर से लोग आते हैं।
जानापाव हिल्स मध्यप्रदेश के इंदौर जिले की महू तहशील में स्थित एक गांव हासलपुर में है। इस पहाड़ी से साढ़े सात नदियां निकलती हैं जिनमे से कुछ नर्मदा और यमुना में जाकर के मिलती है। इस पहाड़ कि सबसे खास बात यह की जब आप ऊपर चढ़े होते हो तो आपको सिर्फ बादल ही बादल दिखाई देते है। बरसात के मौसम में अलग ही मजे आ जाते है। पिछले साल मैं जानापाव हिल्स घूमने गया था जो के मेरे लिए काफी रोमांचकारी था उसके कुछ क्लिप्स आप नीचे दिए गए वीडियो में देख सकते हैं।
रीवा हिल स्टेशन मध्य प्रदेश- Rewa Hill Stations In Madhya Pradesh In Hindi
अंग्रेजों के ज़माने से विंध्य प्रदेश की राजधानी रहा रीवा शहर आज के समय में मध्य प्रदेश का एक प्रमुख जिला और संभाग है जहां लोगो को घूमने फिरने के लिए किला, जलप्रपात ,सफारी और भी बहुत कुछ उपस्थित है। अगर आप रीवा शहर घूमने कि प्लानिंग कर रहे है तो उसके 40 किलोमीटर के अंतराल में तकरीबन 10 से भी ज्यादा जलप्रपात देखने को मिल जायेगा। रीवा शहर में प्रमुख पर्यटन स्थल के बारे में मैंने पहले ही एक आर्टिकल लिखा है.
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